Saturday, 15 January 2011

१०९०/- रूपये का सेंडविच

कल शाम किप्प्स मार्केट जाना पड़ा. मेरे बेटे को काफी सामान चाहिए था. ये आइटम्स थी: बड़ी (जंबो) ब्रेड, सौस, म्युनिस, क्रीम, लेटुस, चीस स्प्रेड, पेपर पलेट्स, नाप्किंस, वगैरह वगैरह. दूकान में और भी काफी ग्राहक इन्ही वस्तुओं को लेने के लिए अपने अपने नौनिहालों के साथ आये हुए थे.

ये भीड़ कोई टीवी पर देखी हुई नयी चीजों के विज्ञापन की वजह से नहीं थी. दुकानदार तो मन ही मन एक लोकल स्कूल का धन्यवाद कर रहा था जिसने बच्चों को ये सामान लाने के लिए कहा था.
मानो या न मानो, पूरे १०९०/- रूपये इस सब की खरीद में लग गए.
आपको बताऊँ स्कूल ने ये सब क्यूं मंगवाया था. बच्चों से एक (मात्र एक) सेंडविच बनवाना था.
एक सेंडविच के लिए खरीदना पड़े: पूरी जंबो ब्रेड, म्युनिस, चीस स्प्रेड, सौस की फुल पैकिंग, नाप्किंस पूरा पेक इत्यादि.
अपने बच्चे को बात बात में फिजूलखर्ची से बचने की शिक्षा, स्कूल के एक प्रोजेक्ट ने हवा में उड़ा दी.